Saturday, May 18, 2013

भ्वाकृतिक सिद्धांत: ऐतिहासिक परिवेश भाग-1

भ्वाकृतिक सिद्धांत:-
1-भ्वाकृतिक सिद्धांत का प्रारम्भ ग्रोव कार्ल गिलबर्ट द्वारा हुआ।
2- गिलबर्ट ने स्थलरूपों के विकास से सम्बंधित कुछ व्यापक सामान्यीकरण करते हुए कुछ नियमों का प्रतिपादन किया-
a- समांग ढाल का नियम,
b- संरचना का नियम,
c- जलविभाजकों का नियम,
d- कार्य समता की प्रवृत्ति या गतिक संतुलन की स्थापना, अंगों के परस्परावलम्बन का नियम,
3- स्थलरूपों के विकास के प्रथम वास्तविक एवं सार्वभौमिक सिद्धांत का प्रतिपादन w.m. Dewis द्वारा "भौगोलिक- चक्र" - 1899 का प्रतिपादन किया गया।
4- भौगोलिक चक्र के सिद्धांत का प्रतिपादन आर्द्र शीतोष्ण प्रदेशों के स्थलरूपों की व्याख्या के लिये किया गया था।
5- डेविस के भौगोलिक चक्र के आधार पर निम्नलिखित सिद्धांत प्रस्तुत किये गये-
a- शुष्क अपरदन चक्र [1903, 1905, 1930]- डेविस
b- हिमानी अपरदन चक्र [1900, 1906]- डेविस
c- सागरीय अपरदन चक्र [1912] डेविस, जानसन
d- कार्स्ट चक्र- बीदी [1911], स्वीजिक [1918]
e- परिहिमानी अपरदन चक्र [1950]- पेल्टियर
6- कालांतर में डेविस सिद्धांत के विरुद्ध निम्नलिखित सिद्धांत प्रस्तुत किये गये-
a- भ्वाकृतिक सिस्टम [1924]- पेंक
b- पेनप्लेनेशन चक्र, क्रियाशीलता का सिद्धांत- क्रिकमे
c- पेडीप्लेनेशन चक्र (1948), भ्वाकृतिक सिस्टम (1953, 1962, 1963, 1967)- एल. सी. किंग

No comments:

Post a Comment