शैलिकी की संकल्पना:-
1- "चट्टानें भू- गर्भिक इतिहास की पुस्तकें हैं तथा जीवावशेष उसके पृष्ट।"
या
"चट्टानें पृथ्वी के इतिहास की पुस्तक के पृष्ट हैं तथा जीवावशेष उसके अक्षर।"
2- "चट्टानें, चाहें आग्नेय हों या परतदार, एक तरफ पृथ्वी के इतिहास की हस्तलिपि तैयार करती हैं, तो दूसरी तरफ समकालीन दृश्यवली के लिये आधार प्रस्तुत करती हैं।"- उलरिज तथा मार्गन
3- चट्टान अवशेष:- जिनसे चट्टान की निर्माण क्रिया तथा निर्माण काल का पता लगाया जाता है।
4- मौसम अवशेष:- चट्टान पर मौजूद मौसम तथा जलवायु सम्बंधी अवशेष जिनके माध्यम से तत्कालीन मौसम एवं जलवायु सम्बंधी दशाएँ बतायी जा सकती हैं, को मौसम अवशेष कहते हैं।
5- वर्तमान दक्षिणी ध्रुव कार्बानिफरस युग में दक्षिणी अफ्रीका में स्थित डरबन के पास था तथा भूमध्य रेखा उत्तरी यूरोप से होकर गुजरती था।
सर! कृपया भू- आकृति विज्ञान की सभी संकल्पनाओं के बारे में जानकारी। दें
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